Movie Review: 'द एक्सपोज'
Director: अनंत महादेवन
कहानी: फिल्म की कहानी 60 के दशक के बॉलीवुड पर आधारित है। कहानी है दो अभिनेत्रियों की जिनकी प्रोफेशनल लड़ाई एक बुरा रूप ले लेती है। चांदनी (जोया अफरोज) और जारा (सोनाली राउत) जानी-मानी अभिनेत्रियां हैं, मगर इनकी कैट फाइट भी जगजाहिर है। दोनों एक-दूसरे को फूटी आंखों नहीं सुहातीं।
दोनों की फिल्में एक ही समय पर रिलीज़ होने वाली है। एक तरफ चांदनी की 'रीना मेरा नाम' रिलीज़ होनी है, तो दूसरी तरफ जारा 'उज्ज्वल शीतल निर्मल' में लीड रोल में हैं। प्रतिस्पर्धा चरम पर है, तभी दोनों की मुलाकात एक होटल में रखी गई पार्टी में होती है। वहां दोनों की जबरदस्त लड़ाई हो जाती है।
कहानी में नया मोड़ तब आता है, जब पार्टी वाली रात ही जारा की बिल्डिंग से गिरकर मौत हो जाती है। जारा ने आत्महत्या की या उसकी हत्या हुई, यह सवाल सबके मन में उठता है। कई लोगों को जारा की मौत के पीछे चांदनी का हाथ होने का शक होता है।
मामले की तहकीकात करने का निर्णय करता है किसी ज़माने में हीरो रह चुका रवि कुमार (हिमेश रेशमिया) जो अब एक सुपरकॉप है। जांच के दौरान शक की सुई कई लोगों की ओर घूमती है, जिनमें डायरेक्टर सुब्बा राव, अनंत महादेवन, जारा का एक्स ब्वॉयफ्रेंड केनी दामनिया (हनी सिंह) का नाम शामिल है।
क्या वह जारा की मौत के राज़ से पर्दा उठा पाता है? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
एक्टिंग: हिमेश की एक्टर बनने की कोशिश इस फिल्म से भी नाकाम साबित होती दिखी है। डायलॉग्स बोलते समय उनके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशंस ही नहीं आ पाते, मगर तब भी वह इस फिल्म के स्टार हैं।
वह गाते हैं, नाचते हैं और शरलॉक होम्स की तरह मर्डर मिस्ट्री को भी सॉल्व करने की पूरी कोशिश करते हैं, मगर अफ़सोस एक्टिंग नहीं कर पाते। वहीं, इस फिल्म से अपना एक्टिंग डेब्यू करने वाले हनी सिंह का भी लगभग यही हाल है।
वह भी एक्टिंग की बजाय सिंगिंग में ही अपना ध्यान लगाएं तो बेहतर होगा। अभिनेत्रियों की बात की जाए तो जोया-सोनाली ने फिल्म में काफी एक्सपोज किया है। दोनों को एक्टिंग में अभी काफी कुछ सीखना है।
निर्देशन: अनंत महादेवन की 'द एक्सपोज' की कहानी में कोई नयापन नहीं है। उन्होंने वही पुराने मसालों का इस्तेमाल करके यह फिल्म बना दी है, जिन्हें हम पिछली कई फिल्मों में कई बार देख चुके हैं। कलाकारों से बढ़िया एक्टिंग करवाने में भी वह कहीं न कहीं चूक गए हैं। यहां तक कि फिल्म में इरफ़ान खान जैसे बेहतरीन एक्टर की एक्टिंग स्किल्स को पूरी तरह से वेस्ट किया गया है। समझ में नहीं आता कि इरफ़ान खान ने इस फिल्म में काम कैसे कर लिया।फिल्म का संगीत भी कमजोर है।
क्या देख सकते हैं फिल्म ?
यह बड़ा सवाल है। इसका जवाब सिर्फ इतना है कि हिमेश के फैन हैं तो यह फिल्म देख सकते हैं, वरना इस फिल्म को देखने का रिस्क न ही उठाएं तो बेहतर है।
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